सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) कैसे बने ?

Software Engineer:- आज की 21वी सदी में हम अपने जीवन की कल्पना मोबाइल , कंप्यूटर के उपयोग के  बिना नहीं कर सकते  है।

यह तो  हम सभी  जानते  है की आज की हाईटेक जिंदगी की कल्पना हम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बिना नहीं कर सकते है। यह सभी डिवाइस जिस फॉर्मेट पर काम करती है

या जिस Formet से बनाई जाती है उन के लिए सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

अब आप लोग अंदाजा लगा सकते है की एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए सॉफ्टवेयर कितना जरुरी है।

हम सभी के मन में यह सवाल आता है की कैसे मोबाइल एप्लीकेशन काम करता है ? कैसे कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर काम करते है ?

हर  प्रकार के सॉफ्टवेयर के पीछे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का हाथ होता है।  एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) ही होता है जो की सॉफ्टवेयर बना कर हम लोगो तक पहुंचाता है।

आज हम आपको बतायेगे की किस प्रकार आप एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते है। यदि आप एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते है तो आपको सबसे पहले यह जानना होगा की सॉफ्टवेयर होता क्या है ?

इसका जवाब हम आपको सीधे शब्दो में दे तो कंप्यूटर कोई भी काम अपनी मर्जी से नहीं करता है। कंप्यूटर से कोई भी कार्य करवाने के लिए कंप्यूटर लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटर की इन्ही लैंग्वेज का समूह जो की कंप्यूटर को किसी कार्य को पूरा करने का निर्देश देता है।वह सॉफ्टवेयर होता  है | सॉफ्टवेयर ही वह माध्यम है जिससे की कंप्यूटर काम करता है।

सॉफ्टवेयर मुख्यतया तीन प्रकार के होते है –

  • सिस्टम सॉफ्टवेयर(System Software)
  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(Application Software)
  • यूटिलिटी सॉफ्टवेयर(Utility Software)

सॉफ्टवेयर के बारे में इतना कुछ जान कर तो आप समझ गए होंगे की सॉफ्टवेयर बनाना इतना आसान नहीं है इस के लिए खास किस्म की पढाई करनी पड़ती है ,तभी आप सॉफ्टवेयर बना पाएंगे।

Software Engineer बनाने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढाई करनी होती है।सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का एजुकेशनल कोर्स तीन से चार साल का होता है।

Software Engineer बनने के लिए आप इनमे से कोई भी कोर्स कर सकते है —

  • डिप्लोमा इन सॉफ्टवेयर इंजीनियर ( Diploma in software engineering)
  • बैचलर्स इन सॉफ्टवेयर इंजीनियर ( Bachelors in software engineering)
  • मास्टर्स इन सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Masters in software engineering)

अधिकतर बड़ी बड़ी यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के कोर्स  में एड्मिशन देती है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए —

  • JEE MAIN
  • JEE ADVANCED
  • SRMJEE

इनमे से कोई भी एक प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। अगर हम आपको सॉफ्टवेयर इंजीनियर के बारे में डिटेल में बताये तो यह इस प्रकार होगा —

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग एक प्रकार का कंप्यूटर कोर्स है जो की एक प्रकार से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information Technology ) पर आधारित है।

जिसमे की विभिन्न प्रकार के Software Designing, Software Development , Software Maintaining , Software testing , Software programming  आदि के बारे में सिखाया  जाता है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) कैसे बने?

यदि आप सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का कोर्स करते है तो इस दौरान आपको कई तरह की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखने के लिए मिलती है। जैसे की —

  • HTML ,
  • JAVA ,
  • PHP ,
  • C / C ++ ,
  • PYTHON आदि।

एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को यह सभी भाषाएँ आना बहुत जरुरी है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर को कंस्यूमर की जरूरत के अनुसार प्रोग्रामिंग भाषा में कोडिंग करके एक सॉफ्टवेयर बनाना होता है। जिसे की समय समय पर टेस्ट कर के उसमे कंस्यूमर के अनुसार परिवर्तन और अपडेट्स करने होते है।

  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) बनाने के लिए क्या क्या Skill होने चाहिए ?

एक छात्र तभी एक अच्छा सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकता है जब उसमे कुछ बेसिक स्किल हो , जैसे की —

  • Student  के अंदर प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल हो।
  • Student को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिखने में रूचि हो।
  • Student को कोडिंग सीखने में रूचि हो और वह कोडिंग को समझ सके।
  • Student  के अंदर टीम वर्क करने की स्किल हो। यह छात्र के लिए बहुत जरुरी है।

Software Engineer  के कार्य क्या होते है ?

यह सभी स्किल जिस भी व्यक्ति या Student के अंदर होगी वह एक अच्छा सॉफ्टवेयर इंजीनियर जरूर बन सकेगा। जब आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन जाते है तो आपको जो काम करने होंगे वह यह है –

  • एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का जो मुख्य काम होता है वह किसी भी चीज़ के लिए प्रोग्रामिंग करना। यह प्रोग्रामिंग फोन या कंप्यूटर किसी के लिए भी हो सकती है।
  • एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मार्केट और कंस्यूमर के अनुसार सॉफ्टवेयर और अप्प डेवेलोप करने होते है।
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोबाइल ऐप और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर भी बनाते है।
  • ऐप और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग में आने वाली प्रोब्लेम्स को सॉल्व करने का काम भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही करते है।
  • ऐप और सॉफ्टवेयर में मार्केट के अनुसार अपडेट करने का काम भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर का ही होता है।
  • सॉफ्टवेयर टेस्टिंग और सॉफ्टवेयर मैनटैनिंग सॉफ्टवेयर इंजीनियर का एक बहुत जरुरी काम है।

अब हम आपको बता रहे है की किस प्रकार आप  12th के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते है —

12 th के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आप इन कोर्सेस में एड्मिशन ले सकते है —

  • डिप्लोमा कोर्स  (Diploma courses )
  • बैचलर कोर्स  ( Bachelors courses )

डिप्लोमा कोर्स में आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर के निम्न कोर्स कर सकते है –

  • Certificate course in digital signal processing .
  • Diploma in wireless and mobile computing .
  • Certificate course in responsive website basics – HTML , CSS , JAVA .
  • Certificate in JAVA programmes .
  • Certificate in software testing .

इन डिप्लोमा कोर्सेस को करने के बाद आपको बहुत कम समय में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के फील्ड में एक अच्छी आय वाली नौकरी पा सकते है ।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए आप 12 th  के बाद कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री भी कर सकते है। इस के लिए आप निम्न में से किसी सब्जेक्ट से डिग्री ले सकते है। जैसे की –

  • Bachelor of software engineering .( BSE )
  • Bachelor in software development
  • Bachelor in software and data engineering .
  • Software development and Entrepreneurship
  • Sc in computer science .
  • Tech in software engineering .

बैचलर डिग्री करने के बाद आप कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री भी कर सकते है। इस से आपको कंप्यूटर इंजीनियरिंग के फील्ड में एक हाई पेड जॉब आसानी से मिल जाएगी।

आप कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए निम्न से कोई सा भी कोर्स कर सकते है। जैसे की –

  • Tech in information technology
  • MBA in information technology .
  • MBA in operations .
  • ME in software engineering
  • Sc in software system .
  • Tech in software engineering .

इन सभी कोर्सेस को कर के आप एक अचे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते है।  इन के साथ साथ आप कुछ शार्ट टर्म एक्स्ट्रा कोर्स भी कर सकते है जो की आपको स्किल्स सीखने में हेल्प करेंगे जैसे की

आप प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख सकते है।  इसके लिए आप C ++ सीख सकते है, Javascript सीख सकते है।

आप लॉजिक और कोडिंग के फील्ड में भी कोई शार्ट टर्म कोर्स कर सकते है।

अब हम आपको इंडिया  के कुछ बेस्ट  कॉलेजेस  और यूनिवर्सिटी  बता रहे है जिनसे की आप अपनी कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढाई कर सकते है।

इनमे से किसी भी यूनिवर्सिटी से आप अपनी कंप्यूटर इंजीनियरिंग  की पढाई कर सकते है।

इन कॉलेजेस में एड्मिशन  लेने के लिए आप में कुछ Qualification  होनी चाहिए। जैसे की –

  • डिप्लोमा या बैचलर डिग्री में एड्मिशन के लिए आप 10 + 2 साइंस स्ट्रीम से उत्तीर्ण हो।
  • बैचलर डिग्री में एड्मिशन के लिए आप को 12 th में 60  % अंक लाना  अनिवार्य  है।
  • मास्टर डिग्री में एड्मिशन के लिए बैचलर डिग्री में 60 % अंक लाना अनिवार्य है।

यूनिवर्सिटी में एड्मिशन  के लिए आप को प्रवेश परीक्षा पास करना बहुत जरुरी है। इस के लिए JEE MAINS की परीक्षा आप दे सकते है।

अब हम आपको बता दे किस प्रकार आप प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कॉलेज में एड्मिशन ले सकते है?

  1. सबसे पहले प्रवेश परीक्षा के आधार पर मेरिट लिस्ट बनती है।
  2. मेरिट लिस्ट के आधार पर बुलाये गए कॉलेज में काउंसलिंग के लिए जाना होता है।
  3. काउंसलिंग के बाद एड्मिशन और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का प्रोसेस होता है।
  4. सारे  प्रोसेस के बाद आपका एड्मिशन क्लियर हो जाता है।

हम आपको रेफरेन्सेस के लिए कुछ बुक बता रहे है जिन्हे पढ़ कर आप प्रवेश परीक्षा के लिए अपनी तयारी कर सकते है।

यह बुक्स है –

Clean code : a handbook of agile software craftsmanship

Design pattern :Elements of reusable objects – oriented software

Pattern of enterprise application architecture .

Enterprises integration pattern .

Code complete : A practical handbook of software construction

यह सभी किताबे आपको आपकी प्रवेश परीक्षा की तैयारी में मदद करेगी इस तरह से तैयारी करके आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते है। इस फील्ड में अपना अच्छा करियर  बना सकते है।

यदि आप भी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते है तो हमारा यह आर्टिकल  आपकी जरूर मदद करेगा। हम आपके आने वाले अच्छे भविष्य की कामना करते है।

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