कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो Radiology Course करने की इच्छा करते हैं और वह Radiology Course करना चाहते है योग्यता, फीस, कोर्स की अवधि, सैलरी आदि सभी जानकारी जानना चाहते हैं।

हमारे आर्टिकल के माध्यम से आज रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) क्या है, रेडियोलॉजी कोर्स की फीस योग्यता और कोर्स की अवधि, सैलरी आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त होगा।

रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) क्या है?

रेडियोलॉजी (Radiology) मेडिकल से संबंधित एक ऐसी विधि है जिसमें पीड़ित व्यक्ति के शरीर के अंदर की बीमारी या रोगों का पता किया जाता है। इसके अंदर कई प्रकार के टेस्ट जैसे सिटी स्कैन, एक्स-रे रेडियोग्राफी, अल्ट्रासोनोग्राफी, पीईटी, एमआरआई आदि शामिल है

Radiology course

इन टेस्ट के जरिए पीड़ित व्यक्ति के अंदरूनी रोगों की जांच की जाती है। यह टेस्ट एक स्पेशलिस्ट रेडियोलॉजिस्ट के अंतर्गत किया जाता है।

रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) के लिए योग्यता (Eligibility) क्या होनी चाहिए ?

Radiology Course Eligibility Criteria in Hindi

अगर कोई भी विद्यार्थी कक्षा बारहवीं के बाद रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course After 12th) करना चाहता है तो उसे निम्नलिखित योग्यताओं को जरूर पूरा करना होगा:-

  • विद्यार्थी को 12वीं कक्षा में पास होना चाहिए कम से कम 50% अंक के साथ और आरक्षित वर्गों के लिए 45% अंकों के साथ।
  • विद्यार्थी के पास 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी जैसे विषयों का होना आवश्यक है, अन्यथा इन तीनों विषय के बिना Radiology Course में भाग नहीं लिया जा सकता है।

रेडियोलॉजी कोर्स कैसे करें ? Radiology Course Kaise Kare

जो भी विद्यार्थी रेडियोलॉजिस्ट बनना चाहता है वह तीन भागों में Radiology Course की पढ़ाई को पूरा कर सकता है और यह तीनों भाग डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी, ग्रेजुएशन इन रेडियोलॉजी एवं पोस्ट ग्रेजुएशन इन रेडियोलॉजी आदि में बटा हुआ है।

डिप्लोमा इन रेडियोलॉजी (Diploma in Radiology) क्या है ?

किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्था से विद्यार्थी रेडियोलॉजी में डिप्लोमा (diploma in Radiology) कर सकता है। डिप्लोमा की अवधि अधिकतम ढाई साल होती है जिसमें 2 साल के अंतर्गत रेडियोलॉजी कोर्स से संबंधित थ्योरी और प्रैक्टिकल पढ़ाई के बारे में जानकारी दी जाती है

और आखिरी 6 महीनों में इंटर्नशिप करनी होती है जो Paid होती है। इस कोर्स की 2 साल के पाठ्यक्रम को 4 सेमेस्टर में बांटा जाता है और हर 6 महीने में परीक्षा ली जाती है। ‌

रेडियोलॉजी कोर्स में दाखिल होने के लिए कई यूनिवर्सिटी डायरेक्ट एडमिशन को प्रक्रिया में लाती है। तो कुछ यूनिवर्सिटी मेरिट के आधार पर एडमिशन देती है

और मेरिट में विद्यार्थी के 12वीं के अंकों का मूल्यांकन किया जाता है। डायरेक्ट एडमिशन में विद्यार्थी को केवल एडमिशन फॉर्म और फीस भर के यूनिवर्सिटी में दाखिल होना होता है।

ग्रेजुएशन इन रेडियोलॉजी (Graduation in Radiology) क्या है ?

किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्था से विद्यार्थी रेडियोलॉजी में ग्रेजुएशन कर सकता है। इसके लिए विद्यार्थी को Bsc.Radiology कोर्स यानी Bachelor Of Science in Radiology में एडमिशन लेना होगा।

इसको उसकी अवधि साढ़े 3 साल की होती है जिसमें पहले 3 सालों में रेडियोलॉजी कोर्स से संबंधित थ्योरी और प्रैक्टिकल पाठ्यक्रम की जानकारी दी जाती है। आखिरी 6 महीनों में किसी भी सरकारी अस्पताल में इंटर्नशिप करनी होती है

जो कि Paid होती है। इस कोर्स को 6 सेमेस्टर में बांटा जाता है और हर सेमेस्टर में पास होना अनिवार्य होता है।रेडियोलॉजी कोर्स में दाखिल होने के लिए कई यूनिवर्सिटी डायरेक्ट एडमिशन को प्रक्रिया में लाती है।

तो कुछ यूनिवर्सिटी मेरिट के आधार पर एडमिशन देती है और मेरिट में विद्यार्थी के 12वीं के अंकों का मूल्यांकन किया जाता है। डायरेक्ट एडमिशन में विद्यार्थी को केवल एडमिशन फॉर्म और फीस भर के यूनिवर्सिटी में दाखिल होना होता है।

पोस्ट ग्रेजुएशन इन रेडियोलॉजी (Post Graduation in Radiology) क्या है ?

किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्था से विद्यार्थी रेडियोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकता है। इसके लिए विद्यार्थी को MSc Radiology कोर्स यानी Master Of Science in Radiology में दाखिला लेना पड़ेगा।

लेकिन इस कोर्स में वह विद्यार्थी भाग ले सकते हैं जिन्होंने रेडियोलॉजी में ग्रेजुएशन कर रखा होगा अन्यथा वह इस कोर्स का भाग नहीं बन पाएंगे। यह कोर्स 2 साल का होता है और इन 2 सालों में रेडियोलोजी पाठ्यक्रम से संबंधित थ्योरी और प्रैक्टिकल की जानकारी दी जाती है। यह कोर्स 4 सेमेस्टर में बटा होता है और हर 6 महीने में इसकी परीक्षा होती है।

इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए यूनिवर्सिटी दो प्रक्रियाओं की सहायता लेती है पहली डायरेक्ट एडमिशन और दूसरी मेरिट के आधार पर। ज्यादातर यूनिवर्सिटी में इस कोर्स में डायरेक्ट एडमिशन हो जाता है और कुछ ही यूनिवर्सिटी सिटी मेरिट के आधार पर इस कोर्स में दाखिला देती है

जिसमें बैचलर डिग्री के अंकों का मूल्यांकन किया जाता है। मास्टर ऑफ साइंस इन रेडियोलॉजी में पढ़ाई करने के बाद विद्यार्थी को नौकरी की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि इसके बाद नौकरी के काफी द्वार खुल जाते हैं।

रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) फीस कितनी होती है ?

ज्यादातर विद्यार्थी रेडियोलॉजी कोर्स में भाग लेने से पहले रेडियोलॉजी कोर्स की फीस (Radiology Course Fee) की जानकारी प्राप्त करने में इच्छुक होते हैं क्योंकि ज्यादातर मेडिकल कोर्स की फीस ज्यादा होती है। वैसे तो सभी यूनिवर्सिटी और संस्था रेडियोलॉजी कोर्स में एडमिशन के लिए फीस का निर्धारण अपने अनुसार करती है

लेकिन अगर एक सामान्य रेडियोलॉजी कोर्स फीस की बात की जाए तो रेडियोलॉजी मे डिप्लोमा की फीस(diploma in Radiology fees) कम से कम 10000 और अधिकतम डेढ़ लाख रुपए होती है।

इसके अलावा रेडियोलॉजी में ग्रेजुएशन की फीस ( Bsc radiology fees) कम से कम 40000 और अधिकतम 2 लाख रुपए होती है एवं रेडियोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन की फीस (MSc radiology fees) कम से कम 30,000 से 1 लाख रुपए होती है।

रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) स्कोप क्या है ?

जब विद्यार्थी रेडियोलॉजी कोर्स में शिक्षा प्राप्त कर लेता है तो उसके लिए नौकरी के काफी अवसर उपलब्ध हो जाते हैं। रेडियोलोजी चिकित्सा का एक बड़ा भाग है और रेडियोलॉजिस्ट के बिना चिकित्सा की कल्पना नहीं की जा सकती है।‌

रेडियोलॉजिस्ट के लिए सभी सरकारी अस्पतालों, निजी अस्पतालों, प्राइवेट क्लीनिक, नर्सिंग होम, रेलवे संबंधित अस्पतालों और पीएसयू कंपनियों आदि में नौकरी के अवसर मौजूद रहते हैं और इसके अलावा एक रेडियोलॉजिस्ट अपना डायग्नोस्टिक सेंटर भी खोल सकता है।

रेडियोलॉजी कोर्स (Radiology Course) के बाद सैलरी कितनी मिलती है ?

एक विद्यार्थी जब रेडियोलॉजिस्ट बन जाता है तो उसके लिए सभी सरकारी निजी संस्थानों और प्राइवेट क्लीनिक एवं नर्सिंग होम में नौकरी के अवसर प्राप्त हो जाते हैं और एक रेडियोलॉजिस्ट को कम से कम ₹15000 तथा अधिकतम ₹60000 की सैलरी प्राप्त हो जाती है।

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